पाकिस्तान में आधे से ज्यादा मतलब 53 प्रतिशत लडकियों का मानना है कि घरेलू हिंसा जायज है. घरेलू हिंसा का शिकार इसलिए जायज है कि अधिकतर लडकियों की पिटाई उनके पतियों के द्वारा पत्नियों के सेक्स की मना करने के कारण होती है. इन लडकियों का मानना है कि यह जायज है. यह रिपोर्ट यूनाइटेड नेशन्स पॉपुलेशन फंड की और से जारी की गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 15 से 19 साल की लडकियों का कहना है कि पति द्वारा पत्नी की पिटाई गलत नहीं है.
पकिस्तान में इस तरह के वाकये सिर्फ पति को सेक्स से मना करने पर होते है. जो पति का अधिकार है. पाकिस्तान के अख़बार दैनिक ट्रिव्यून के अनुसार पति द्वारा पत्नी को सेक्स के कारण पीटता है तो कोई बुरी बात नहीं है. इस से पहले खबर आई थी कि पख्तून नेता उमर खट्टक का कहना है कि पाकिस्तान के लाहौर शहर में सैकड़ों पख्तून लड़कियों को सेक्स गुलाम की तरह रखा जाता है. इस लड़कियों का स्वात और वजीरिस्तान से अपहरण किया गया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना हमारे घरों को तबाह कर देती है. घरों और दुकानों को लूटा जाता है और हमारी महिलाओं से बलात्कार किया जाता है.
यूएनएचसीआर के अनुसार पाकिस्तानी सेना के आतंक के कारण पांच लाख लोग अफगानिस्तान पलायन कर गये हैं. उमर ने कहा कि पाकिस्तान ने पख्तूनों को काफी भ्रमित कर लिया है. लेकिन अब हमें बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता. पाकिस्तान ने इस इलाके को आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप के रूप में इस्तेमाल किया है.