श्रीलंका के गेंदबाज लसिथ मलिंगा को बड़बोलापन भारी पड़ गया है. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की ओर से मलिंगा पर 6 महीने का बैन लगा दिया है. मलिंगा पर यह बैन अनुबंध संबंधी उल्लंघन मामले में लगा है, बैन के साथ ही उनपर अगले वनडे मैच की फीस का 50 फीसदी जुर्माना भी लगा है. हालांकि, इस फैसले का असर हाल ही में चल रही जिम्बाब्वे सीरीज पर नहीं पड़ेगा.
दरअसल, मलिंगा पर यह कार्रवाई अपने देश के खेल मंत्री दयासिरी जयशेखरा के खिलाफ कुछ टिप्पणियां करने के लिए हुईं हैं. यह फैसला एक तीन सदस्यीय पैनल ने किया है जिसमें एसएलसी सचिव मोहन डिसिल्वा और सीईओ एश्ले डिसिल्वा भी शामिल हैं.
आपको बता दें कि पहले दो वनडे मैचों के लिए उनके नाम को 13 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है. उल्लेखनीय है कि एसएलसी ने कहा था कि मलिंगा ने 19 जून और उसके बाद 21 जून को दो बार करार के नियम का उल्लंघन किया, जिसके चलते बोर्ड को उनके खिलाफ जांच बिठानी पड़ी.
क्या बोले थे मलिंगा?
आपको बता दें कि श्रीलंका के चैंपियंस ट्रॉफी से जल्दी बाहर होने के बाद जयशेखरा ने खिलाड़ियों के फिटनेस स्तर पर सवाल उठाए थे और कहा था कि भविष्य का चयन क्रिकेटरों की फिटनेस पर निर्भर करेगा. जिसके बाद 33 वर्षीय मलिंगा ने कहा था कि उन्हें ऐसे लोगों की आलोचनाओं से कोई फर्क नहीं पड़ता जो केवल बैठकर अपनी कुर्सियां गर्म कर रहे हैं.
उन्होंने कहा था, ‘एक बंदर को तोते के घोंसले के बारे में क्या पता होगा? ऐसा लग रहा है कि एक बंदर तोते के घोंसले में ही बैठकर उसी घोंसले के बारे में बोल रहा हो.” मलिंगा के इस जवाब के बाद जयासेकारा ने कहा था, “मैंने टीम के खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर की गई आलोचना में मलिंगा का नाम नहीं लिया था, लेकिन उन्होंने सार्वजनिक रूप से मेरा अपमान किया है.”