आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर अनशन पर बैठे पार्टी के निलंबित विधायक कपिल मिश्रा ने सोमवार शाम को अनशन तोड़ दिया। कपिल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने लिक्विड लेना शुरू कर दिया है। इससे कुछ घंटे पहले कपिल ने बताया था कि राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज करने की यह शर्त रखी है कि वह लिक्विड डाइट लेना शुरू कर दें। कपिल ने कहा, ‘मुझे सीबीआइ और सीबीडीटी (सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज) के पास जाना जरूरी है, इसलिए मैं लिक्विड लेना शुरू कर रहा हूं।’ उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह 11 बजे वह अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सीबीआइ और सीबीडीटी में हवाला, कालाधन, मनी लांड्रिंग और शेल कंपनियों के जरिये ऑपरेट करने का केस दर्ज कराने जाएंगे।
कपिल ने कहा की उनके पास दिल्ली सरकार की महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट मोहल्ला क्लिनिक से जुड़े हुए भी कई दस्तावेज हैं। जिसको लेकर बुधवार को बजे उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलेंगे और उसके बाद एसीबी में जाकर मोहल्ला क्लीनिक के घोटालों को लेकर मामला दर्ज कराएंगे। उन्होंने सोमवार को फिर दोहराया कि केजरीवाल को वह जेल भिजवा कर ही दम लेंगे। इसके साथ ही उन्होंने अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवल द्वारा की गई टिप्पणी व आरोपों को लेकर कहा कि उनके संस्कार ऐसे हैं कि वह उनके खिलाफ कुछ नहीं बोल सकते।
मालूम हो कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा पिछले बुधवार से अनशन पर थे। 14 मई को वह अपने घर पर आम आदमी पार्टी के खिलाफ चंदे में की गई गड़बड़ी और इससे संबंधित दस्तावेज मीडिया के सामने रख रहे थे। इसी दौरान वह बेहोश हो गए, जिसके बाद उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कपिल मिश्रा और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच चल रही लड़ाई में उनके परिवार के सदस्य भी कूद पड़े हैं। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने सोमवार को ट्विटर के जरिए मिश्रा पर हमला बोला तो मिश्रा ने उन्हें शालीन अंदाज में जवाब दिया। कपिल की मां भी केजरीवाल को खत लिख उनकी आलोचना कर चुकी हैं। सुनीता ने कपिल मिश्रा की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें केजरीवाल पर लगाए गए झूठे आरोपों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।